‘भोर का तारा’ का कथासार अपने शब्दों में लिखिये

लगभग पाँचवी शताब्दी में उज्जयिनी साम्राज्य के राजकवि शेखर की कथा इस एकांकी में आई है। शेखर कोमल भावनाओं की प्रेम कविताएँ लिखने वाला